Class-11 History
Chapter- 6 (मूल निवासियों का विस्थापन)
अति
लघूत्तरात्मक प्रश्नोत्तर
प्रश्न
1. यूरोपवासियों द्वारा खोजे गए तीन महाद्वीपों के
नाम बताइए।
उत्तर:
1.
उत्तरी अमरीका
2.
दक्षिणी अमरीका
3.
आस्ट्रेलिया।
प्रश्न
2. आयरलैण्ड को इंग्लैण्ड का उपनिवेश क्यों माना
जाता था?
उत्तर:
क्योंकि
आयरलैण्ड में बसे हुए भूस्वामी अधिकांशतः अंग्रेज ही थे।
प्रश्न
3. किस चीज की संभावना ने लोगों को उपनिवेश बसाने
के लिए प्रेरित किया था?
उत्तर-
अत्यधिक
लाभ कमाने की संभावना ने।
प्रश्न
4. सेटलर' शब्द
का प्रयोग किन लोगों के लिए किया जाता है ?
उत्तर:
सेटलर' शब्द
का प्रयोग उन लोगों के लिए किया जाता है जो किसी स्थान पर दूसरे देशों से आकर बसे
प्रश्न
5.ब्रिटिश लोगों के लिए सेटलर अथवा आबादकार शब्द
किन-किन देशों में प्रयुक्त होता है ?
उत्तर
1.
आयरलैंड,
2.
न्यूजीलैंड
3.
आस्ट्रेलिया।
प्रश्न
6. अमरीका में यूरोपीय लोगों के लिए कौन-सा शब्द
प्रयुक्त होता है ?
उत्तर:
सेटलर
(आबादकार)।
प्रश्न
7. महान दक्षिणी महासागर में स्थित भूमि के लिए
सोलहवीं सदी में कौन-सा नाम प्रयुक्त होता था ?
उत्तर:
आस्ट्रेलिया।
प्रश्न
8. उत्तरी अमरीका महाद्वीप का विस्तार बताइए।
उत्तर:
उत्तरी
अमेरिका महाद्वीप उत्तर ध्रुवीय वृत्त से लेकर कर्क रेखा तक तथा प्रशान्त महासागर
से अटलांटिक महासागर तक विस्तारित है।
प्रश्न
9. कनाडा का कितने प्रतिशत-क्षेत्र जंगलों से ढका
हुआ है?
उत्तर:
कनाडा
का 40 प्रतिशत
क्षेत्र जंगलों से ढका हुआ है।
प्रश्न
10. उत्तरी अमरीका के सबसे प्रथम बाशिंदे (निवासी)
कब और कहाँ से आये थे?
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका के सबसे प्रथम बाशिंदे (निवासी) 30 हजार वर्ष पहले बेरिंग स्ट्रेटस (जलडमरूमध्य)
के आर-पार फैले भूमि-सेतु के रास्ते एशिया से आये।
प्रश्न
11. नेटिव या मूल निवासी से क्या आशय है ?
उत्तर:
ऐसा
व्यक्ति जो अपने वर्तमान निवास स्थान में ही पैदा हुआ हो, नेटिव या मूल निवासी कहलाता
है।
प्रश्न
12. यूरोपीय लोग 'नेटिव' शब्द
का प्रयोग किन लोगों के लिए करते थे ?
उत्तर:
20वीं
शताब्दी के आरम्भिक वर्षों तक नेटिव शब्द यूरोपीय लोगों द्वारा अपने उपनिवेशों के
निवासियों के लिए प्रयोग किया जाता था।
प्रश्न
13. अमरीका की पूर्व संध्या से क्या आशय है ?
उत्तर:
अमरीका
की पूर्व संध्या से आशय उस समय से है जब यूरोपीय लोग अमरीका में आए तथा इस
महाद्वीप को उन्होंने अमरीका की संज्ञा दी।
प्रश्न
14. अमरीका में मिलने वाली सबसे प्राचीन मानव कृति
कौन-सी तथा कितने वर्ष पुरानी है ?
उत्तर:
अमरीका
में मिलने वाली सबसे प्राचीन मानवाकृति एक तीर की नोंक है जो 11,000
वर्ष
पुरानी है।
प्रश्न
15. बाइसन क्या था ?
उत्तर:
बाइसन
जंगली भैंसों को कहा जाता था जो उत्तरी अमरीका में घास के मैदानों में घूमते थे।
प्रश्न
16. अमरीकन इंडियन/ अमेरिंड। अमेरिंडयन कौन लोग हैं?
उत्तर:
ये
लोग उत्तरी व दक्षिणी अमरीका तथा कैरेबियन के मूल निवासी हैं।
प्रश्न
17. फर्स्ट नेशन्स पीपुल्स' किन्हें
कहा जाता है?
उत्तर:
ये
मूल निवासियों के संगठित समूह थे जिन्हें कनाडाई सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त थी।
प्रश्न
18. फर्स्ट नेशन्स पीपुल्स' के
लिए अब किस शब्द का प्रयोग होता है?
उत्तर:
1876 के
इंडियन्स एक्ट में 'बैंड्स' शब्द का प्रयोग किया गया था, लेकिन
अब 1980
के
दशक से 'नेशन्स' शब्द प्रयुक्त होने लगा है।
प्रश्न
19. इंडीजेनस पीपल' किन्हें
कहा जाता है?
उत्तर:
ऐसे
लोग, जो
किसी जगह में हमेशा से रहते आये हों 'इंडीजेनस पीप्ल्' कहलाते हैं।
प्रश्न
20. रेड इंडियन' कौन
हैं?
उत्तर:
अमरीका
महाद्वीप के वे लोग, जिनके निवास स्थान को कोलंबस ने गलती से इंडिया
समझ लिया था, रेड इंडियन कहलाते हैं।
प्रश्न
21. विस्कांसिन के विनेबागो कबीले के लोगों को कहाँ
स्थानांतरित कर दिया गया?
उत्तर:
1860 के
दशक में इस कबीले के लोगों को नेबरास्का स्थानांतरित कर दिया गया।
प्रश्न
22. सत्रहवीं शताब्दी में यूरोपीय व्यापारी उत्तरी
अमरीका में क्यों आये थे?
उत्तर:
मछली
एवं रोएँदार खाल के व्यापार के लिए।
प्रश्न
23. होपी कौन हैं ?
उत्तर:
कैलीफोर्निया
के समीप रहने वाले आदिवासियों को होपी के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न
24. जॉन कैबोट न्यूफाउण्डलैण्ड कब पहुँचा था ?
उत्तर:
1497 ई.
में।
प्रश्न
25. उदात्त उत्तम जंगली (नोबल सैवेज) से क्या आशय
था ?
उत्तर:
फ्रांसीसी
दार्शनिक रूसो जैसे कुछ यूरोपियों ने अमरीकी सभ्यता के लोगों को उदात्त उत्तम
जंगली नाम दिया अर्थात् वे जो सभ्यता की विकृतियों से अछूते थे।
प्रश्न
26. ब्रिटेन ने संयुक्त राज्य अमरीका को एक
स्वतन्त्र देश के रूप में कब मान्यता प्रदान की ?
उत्तर:
1781 ई.
में।
प्रश्न
27. किस देश द्वारा अलास्का संयुक्त राज्य अमरीका
को दिया गया ?
उत्तर:
रूस
द्वारा 1867 ई. में अलास्का संयुक्त राज्य अमेरिका को दिया
गया।
प्रश्न
28. संयुक्त राज्य अमरीका द्वारा फ्रांस से
लुइसियाना की खरीद कब की गयी ?
उत्तर:
1803 ई.
में।
प्रश्न
29. अमरीकी फ्रंटियर का अन्त कब हुआ ?
उत्तर:
1892 ई.
में।
प्रश्न
30. अमरीका में जमीन के प्रति यूरोपीय लोगों का
दृष्टिकोण मूल निवासियों से किस प्रकार भिन्न था?
उत्तर:
अमरीका
के मूल निवासी जमीन का मालिक बनने के लिए उत्सुक नहीं थे, लेकिन यूरोपीय लोग जमीन का
मालिक बनने के लिए उत्सुक रहते थे।
प्रश्न
31. पोलैण्ड से आए लोगों को अमरीका के किन
चारागाहों में काम करना अच्छा लगता था ?
उत्तर:
प्रेयरी
चारागाहों में।
प्रश्न
32.पोलैण्ड के लोगों को अमरीका में प्रेयरी
चारागाह का क्षेत्र किस तरह का लगता था?
उत्तर:
यूरोप
के स्टेपीज घास के मैदानों की तरह।
प्रश्न
33. यूरोपवासियों ने उत्तरी अमरीका में कौन सी
फसलों को उगाया और क्यों?
उत्तर:
यूरोपवासियों
ने उत्तरी अमरीका में ऐसी फसलों (धान और कपास) को उगाया जो यूरोप में नहीं उगाई जा
सकती थीं और इसलिए वहाँ ऊँचे लाभ पर बेचा जा सकता था।
प्रश्न
34. यूरोपीय बागान मालिकों द्वारा अफ्रीका से दासों
को क्यों खरीदा गया ?
उत्तर:
दक्षिण
अमरीकी उपनिवेशों से दास बनाकर लाए गए मूल निवासी बहुत बड़ी संख्या में मौत के
शिकार हो गए थे। इसलिए यूरोपीय बागान मालिकों द्वारा अफ्रीका से दासों को खरीदा
गया।
प्रश्न
35. अमरीकी गृहयुद्ध का दास प्रथा के सम्बन्ध में
क्या परिणाम निकला ?
उत्तर:
अमरीका
में दास प्रथा समाप्त कर दी गई।
प्रश्न
36. कनाडाई सरकार के समक्ष क्या समस्या थी ?
उत्तर:
1763 ई.
में ब्रिटिश लोगों ने फ्रांस के साथ हुई लड़ाई में कनाडा को जीता था। वहाँ बसे
फ्रांसीसी लोग लगातार स्वतन्त्र राजनीतिक दर्जे की माँग कर रहे थे।
प्रश्न
37. कनाडा को स्वायत्त राज्यों के एक महासंघ के रूप
में कब संगठित किया गया ?
उत्तर:
1867 ई.
में।
प्रश्न
38. चिरोकी कबीले के लोग कहाँ रहते थे ?
उत्तर:
चिरोकी
कबीले के लोग संयुक्त राज्य अमरीका के जार्जिया प्रान्त में रहते थे।
प्रश्न
39. 1832 ई. में जार्जिया के चिरोकी
कबीले के सम्बन्ध में अमरीका के मुख्य न्यायाधीश जॉन मार्शल ने क्या फैसला सुनाया
था ?
उत्तर:
चिरोकी
कबीला एक विशिष्ट समुदाय है तथा उसके स्वत्वाधिकार वाले क्षेत्र में जार्जिया का
कानून लागू नहीं होता है।
प्रश्न
40. अमरीकी राष्ट्रपति एंड्रिउ जैकसन ने वहाँ के
मुख्य न्यायाधीश का आदेश मानने से इंकार करते हुए चिरोकी कबीले के विरुद्ध क्या
कार्यवाही की ?
उत्तर:
अमरीकी
राष्ट्रपति एंड्रिउ जैकसन ने चिरोकी लोगों को जार्जिया की जमीन से महान अमरीकी
मरुस्थल की ओर खदेड़ने के लिए अमरीकी सेना को भेज दिया।
प्रश्न
41. जिन लोगों ने अमरीका के मूल निवासियों से
जमीनें हथिया लीं, वे किस आधार पर अपने को उचित
मानते थे?
उत्तर:
अमरीकी
मूल के निवासियों से जमीनें हथिया लेने वाले लोग इस आधार पर अपने को उचित मानते थे
कि मूल निवासी जमीन का अधिकतम उपयोग करना नहीं जानते थे।
प्रश्न
42. अमरीका में यूरोपवासी मूल निवासियों की किस
आधार पर आलोचना करते थे ?
उत्तर:
अमरीका
में यूरोपवासी मूल निवासियों की इस आधार पर आलोचना करते थे कि वे आलसी हैं, इसलिए
बाजार के लिए उत्पादन करने में अपने शिल्प कौशल का उपयोग नहीं करते हैं।
प्रश्न
43. अमरीका के मूल निवासियों के बारे में एक
फ्रांसीसी आगंतुक ने क्या लिखा था ?
उत्तर:
आदिम
जानवरों के साथ-साथ आदिम मनुष्य लुप्त हो जायेगा।
प्रश्न
44. संयुक्त राज्य अमरीका में मूल निवासियों को
वहाँ से हटने के लिए क्यों विवश होना पड़ा?
उत्तर:
जैसे-जैसे
संयुक्त राज्य अमरीका में यूरोपीय बस्तियों का विस्तार किया गया, जमीन
की बिक्री के समझौते के बाद मूल निवासियों को वहाँ से हटने के लिए विवश होना पड़ा।
प्रश्न
45. अमरीका में रिज़र्वेशन्स (आरक्षण) से क्या आशय
था ?
उत्तर:
यूरोपवासियों
के द्वारा अमरीका के मूल निवासी छोटे इलाकों तक सीमित कर दिए गए थे, ऐसे
इलाकों (क्षेत्रों) को रिजर्वेशन्स (आरक्षण) कहा जाता था।
प्रश्न
46. उत्तरी अमरीका में मानवशास्त्र विषय का
सूत्रपात कब और क्यों हुआ ?
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका में 1840 ई. के दशक में मानव शास्त्र विषय का सूत्रपात
स्थानीय आदिम समुदायों एवं यूरोप के सभ्य समुदायों के मध्य अन्तर के अध्ययन के लिए
हुआ था।
प्रश्न
47. कुछ मानवशास्त्रियों ने अमेरिका के मूल
निवासियों के विषय में किस सिद्धान्त का प्रतिपादन किया ?
उत्तर:
कुछ
मानवशास्त्रियों ने यह सिद्धान्त प्रतिपादित किया कि जिस प्रकार यूरोप में आदिम
लोग नहीं पाए जाते, उसी प्रकार अमरीकी मूल निवासी भी समाप्त हो
जायेंगे।
प्रश्न
48. संयुक्त राज्य अमरीका के किस क्षेत्र में तथा
कब सोने के चिह्न प्राप्त हुए?
उत्तर:
1840 ई.
में संयुक्त राज्य अमरीका के कैलीफोर्निया नामक क्षेत्र में सोने के चिह्न प्राप्त
हुए।
प्रश्न
49. गोल्ड रश से क्या आशय था ?
उत्तर:
गोल्ड
रश उस आपाधापी का नाम था, जिसमें हजारों की संख्या में यूरोपीय लोग सोना
प्राप्ति की आशा में अमरीका पहुँचे थे।
प्रश्न
50. गोल्ड रश का अमरीका पर क्या प्रभाव पड़ा ?
उत्तर:
गोल्ड
रश के कारण सम्पूर्ण अमरीकी महाद्वीप में रेलवे लाइनों का निर्माण हुआ।
प्रश्न
51. इंग्लैण्ड में औद्योगिक क्रांति के एक विशेष
समय में होने के पीछे क्या कारण था ?
उत्तर:
इंग्लैण्ड
में औद्योगिक क्रांति के एक विशेष समय में होने के पीछे एक कारण यह भी था कि छोटे
खेतिहर बड़े कृषकों के हाथों अपनी भूमि से वंचित होकर उद्योगों में नौकरी करने के
लिए मुड़ रहे थे।
प्रश्न
52. उत्तरी अमरीका में उद्योगों के विकास के कोई दो
कारण बताइए।
उत्तर:
1.
रेलवे के साज-सामान बनाने के लिए
2.
बड़े पैमाने की कृषि को आसान बनाने वाले यन्त्रों
के उत्पादन के लिए।
प्रश्न
53. संयुक्त राज्य अमरीका कब दुनिया की अग्रणी
औद्योगिक शक्ति बन चुका था?
उत्तर:
1890 ई.
में।
प्रश्न
54. अमरीकी संविधान के किस प्रावधान को रद्द करने
की छूट राज्यों को नहीं थी ?
उत्तर:
सम्पत्ति
के अधिकार को।
प्रश्न
55. 1928 ई. में अमरीका में किस समाज
वैज्ञानिक के निर्देशन में एक सर्वेक्षण सम्पन्न हुआ ?
उत्तर:
लेवाइस
मेरिअम के निर्देशन में।
प्रश्न
56. समाज वैज्ञानिक लेवाइस मेरिअम के निर्देशन में
सम्पन्न हुआ सर्वेक्षण किस नाम से प्रकाशित हुआ?
उत्तर:
'दि
प्रॉब्लम ऑफ़ इण्डियन एडमिनिस्ट्रेशन' के नाम से।
प्रश्न
57. 1928 ई. में समाज वैज्ञानिक
लेवाइस मेरिअम के निर्देशन में किए गए सर्वेक्षण में क्या जानकारी दी गयी थी?
उत्तर:
इस
सर्वेक्षण में रिजर्वेशन्स में निवास कर रहे अमरीका के मूल निवासियों की स्वास्थ्य
एवं शिक्षा सम्बन्धी सुविधाओं की दरिद्रता का बडा ही दारुण चित्र प्रस्तुत किया
गया था।
प्रश्न
58. 1934 ई. के 'इंडियन
रीऑर्गनाईजेशन एक्ट' के द्वारा अमरीका के मूल
निवासियों को क्या अधिकार प्राप्त हुआ?
उत्तर:
भूमि
खरीदने एवं ऋण लेने का अधिकार ।
प्रश्न
59. 1954 ई. में अमरीका के अनेक मूल
निवासियों ने संयुक्त राज्य अमेरिका की नागरिकता किस शर्त के साथ स्वीकार की ?
उत्तर:
उनके
रिजर्वेशन्स वापस नहीं लेने एवं उनकी परम्पराओं में हस्तक्षेप न करने की शर्त पर।
प्रश्न
60. आस्ट्रेलिया में ऐबॉरिजिनीज या आदिमानव कब और
कहाँ से आना प्रारम्भ हुए थे ?
उत्तर:
40,000 वर्ष
पूर्व न्यू गिनी से।
प्रश्न
61. आस्ट्रेलिया के उत्तर में रहने वाला देशी लोगों
का विशाल समूह क्या कहलाता है ?
उत्तर:
टॉरस
स्ट्रेट टापूवासी।
प्रश्न
62. 18 वीं सदी के अंतिम वर्षों में आस्ट्रेलिया में
मूल निवासियों के कितने समुदाय थे?
उत्तर:
350 से 750
तक।
प्रश्न
63. आस्ट्रेलिया में टॉरस स्ट्रेट टापूवासियों के
लिए 'ऐबॉरिजिनीज' शब्द
का प्रयोग क्यों नहीं होता है?
उत्तर:
क्योंकि
यह माना जाता है कि टॉरस स्ट्रेट टापूवासी कहीं और से आए हैं तथा एक अलग नस्ल के
हैं।
प्रश्न
64. 2005 में आस्ट्रेलिया में मूल
निवासियों की कुल कितनी आबादी थी? ।
उत्तर:
2005 में
कुल मिलाकर मूल निवासी आस्ट्रेलिया की आबादी का 2.4 प्रतिशत हिस्सा थे।
प्रश्न
65. आस्ट्रेलिया की आबादी किस तरह बसी हुई है?
उत्तर:
आस्ट्रेलिया
की आबादी बहुत छितराई हुई है।
प्रश्न
66. आस्ट्रेलिया के अधिकांश शहर कहाँ बसे हुए हैं?
उत्तर:
आस्ट्रेलिया
के अधिकांश शहर समुद्र के किनारे बसे हुए हैं, क्योंकि मध्य आस्ट्रेलिया का
क्षेत्र शुष्क मरुभूमि है।
प्रश्न
67. डच यात्रियों ने आस्ट्रेलिया को कब देखा था ?
उत्तर:
1606 ई.
में।
प्रश्न
68. आस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के प्रति ब्रिटिश
लोगों की क्या धारणा थी ?
उत्तर:
प्रारम्भ
में ब्रिटिश लोगों ने आस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के व्यवहार को मित्रतापूर्ण
बताया था, लेकिन एक मूल निवासी द्वारा कैप्टन कुक की
हत्या करने के पश्चात उनके व्यवहार को हिंसक बताया था।
प्रश्न
69. 1968 ई. में एक मानवशास्त्री
डब्ल्यू. ई. एच. स्टैनर द्वारा दिए गए व्याख्यान का शीर्षक क्या था?
उत्तर:
दि
ग्रेट आस्ट्रेलियन साइलेंस (महान आस्ट्रेलियाई चुप्पी)।
प्रश्न
70. 'व्हाइ वारंट वी टोल्ड' पुस्तक
किस विद्वान ने लिखी ?
उत्तर:
हेनरी
रेनॉल्ड्स ने।
प्रश्न
71. 1974 ई. से आस्ट्रेलिया की राजकीय
नीति क्या रही है ?
उत्तर:
बहुसंस्कृतिवाद।
प्रश्न
72. किस आस्ट्रेलियाई लेखिका ने वहाँ के मूल
निवासियों के अधिकारों के लिए एक जोरदार आवाज उठायी थी?
उत्तर:
ज्यूडिथ
राइट ने।
प्रश्न
73. यूरोपीय लोगों की सरकार हमेशा से आस्ट्रेलिया
की भूमि को क्या कहती आयी थी ?
उत्तर:
टेरा
न्यूलिअस।
प्रश्न
74. गोरे आस्ट्रेलिया की नीति की समाप्ति कब हुई थी
?
उत्तर:
1974 ई.
में।
प्रश्न
75. आस्ट्रेलिया में राष्ट्रीय क्षमायाचना दिवस कब
और क्यों मनाया जाता है ?
उत्तर:
1820 ई.
से 1970
ई.
के मध्य गुम हुए बच्चों से माफीनामे के रूप में राष्ट्रीय क्षमायाचना दिवस मनाया
जाता है।
लघूत्तरात्मक
प्रश्नोत्तर (SA)
प्रश्न
1. कॉलोनी या उपनिवेश किसे कहा जाता था ?
उत्तर:
अठारहवीं
शताब्दी में अमरीका, दक्षिण अफ्रीका, आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैण्ड
के क्षेत्रों में यूरोप से आये आप्रवासी बसने लगे। इस प्रक्रिया के कारण वहाँ के
मूल निवासियों को दूसरे क्षेत्रों में जाने को मजबूर होना पड़ा। यूरोपीय लोगों की
ऐसी बस्तियों को कॉलोनी या उपनिवेश कहा जाता था।
प्रश्न
2. 'सेटलर' शब्द
से आपका क्या आशय है ?
उत्तर:
'सेटलर' शब्द
का हिन्दी अर्थ-'आबादकार' है। इसका आशय किसी स्थान पर
बाहर से आकर बसे लोगों से है। इस शब्द का प्रयोग दक्षिण अफ्रीका में डचों के लिए, आयरलैण्ड, न्यूजीलैण्ड
और आस्ट्रेलिया में ब्रिटिश लोगों के लिए और अमरीका में यूरोपीय लोगों के लिए किया
जाता है।
प्रश्न
3. नेटिव शब्द से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर:
नेटिव
शब्द का हिन्दी अर्थ 'मूल निवासी' है। 'नेटिव' शब्द
उस व्यक्ति के लिए प्रयोग किया जाता है, जो अपने वर्तमान निवास स्थान पर ही पैदा हुआ
हो। 20वीं
शताब्दी के आरम्भिक वर्षों में यह शब्द यूरोपीय लोगों द्वारा अपने उपनिवेशों के
मूल निवासियों के लिए प्रयोग किया जाता था।
प्रश्न
4. उत्तरी अमरीका के आरम्भिक निवासियों की
जीवन-शैली की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका में आरम्भिक निवासियों की जीवन-शैली की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित थीं
1.
उत्तरी अमरीका के आरम्भिक निवासी नदी घाटी के
साथ-साथ बसे गाँवों में समूह बनाकर रहते थे।
2.
वे मछली व माँस खाते थे तथा मक्का व सब्जियाँ
अपने खेतों में उगाते थे।
3.
वे प्रायः माँस की तलाश में लम्बी यात्राएँ
करते थे। मुख्य रूप से उन्हें बाइसन अर्थात् उन जंगली भैंसों की तलाश रहती थी, जो
घास के मैदानों में घूमते रहते थे।
प्रश्न
5. रेड इण्डियन कौन थे ? बताइए।
उत्तर:
जब 12 अक्टूबर,
1492 को
कोलम्बस इण्डिया (भारत) की खोज करते हुए अमरीका पहुँचा तो उसने भूलवश वहाँ के
लोगों को इण्डियन समझ लिया था। यही लोग रेड इण्डियन कहलाते हैं, जो
अमरीका के मूल निवासी थे। ये लोग गेहुँए रंग के होते हैं।
प्रश्न
6. उत्तरी अमरीका आये यूरोप के लोगों को वहाँ के
मूल निवासी 'असभ्य' क्यों
मालूम पड़े?
उत्तर:
अठारहवीं
सदी में पश्चिमी यूरोप के लोग 'सभ्य' मनुष्य की पहचान साक्षरता, संगठित
धर्म और शहरीपन के आधार पर ही करते थे। ऐसी कोई विशेषता उन्हे अमरीकियों में दिखाई
नहीं दी फलस्वरूप उन्हें उत्तरी अमरीका के मूल निवासी 'असभ्य' प्रतीत
हुए।
प्रश्न
7. उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों पर किस बात ने
यूरोपीय लोगों को अपनी शर्ते थोपने में सक्षम बनाया?
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका के मूल निवासियों को शराब की जानकारी नहीं थी, परन्तु यूरोपीय लोगों ने
उन्हें शराब देकर शराब पीने का आदी बना दिया। फलस्वरूप शराब मूल निवासियों की कमजोरी
बन गई। उनकी इसी कमजोरी ने यूरोपीय लोगों को उन पर अपनी शर्ते थोपने में सक्षम
बनाया।
प्रश्न
8. विलियम वर्ड्सवर्थ ने उत्तरी अमरीका के मूल
निवासियों के बारे में क्या विचार प्रकट किए हैं ?
उत्तर:
अंग्रेजी
के कवि विलियम वर्डसवर्थ ने उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों के बारे में यह विचार
प्रकट किए कि उत्तरी अमरीका के मूल निवासी जंगलों में रहते हैं, जहाँ
कल्पना शक्ति के साथ उन्हें भावसम्पन्न करने, उन्हें ऊँचा उठाने व
परिष्कृत करने के अवसर बहुत कम हैं।
प्रश्न
9. संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति थॉमस
जैफ़र्सन ने मूल निवासियों के बारे में क्या कहा था ?
उत्तर:
संयुक्त
राज्य अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति थॉमस जैफ़सन ने मूल निवासियों के बारे में ऐसे
शब्द कहे थे, जिन पर आज के समय में कड़ा विरोध प्रकट किया
जाता। उन्होंने कहा था "यह अभागी नस्ल, जिसे सभ्य बनाने के लिए हमने
इतनी जहमत उठाई अपने उन्मूलन का औचित्य सिद्ध करती है।"
प्रश्न
10. विभिन्न उपहारों के आदान-प्रदान के प्रति
अमरीका के मूल निवासियों एवं यूरोपीय लोगों के दृष्टिकोण में क्या अन्तर था ?
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका के मूल निवासी यूरोपीय लोगों के साथ जिन वस्तुओं का आदान-प्रदान करते थे वे
उन्हें मित्रता में प्राप्त हुए उपहार मानते थे। वहीं धनवान बनने का सपना देखने
वाले यूरोपीय लोगों के लिए मछलियाँ व रोंएदार खालें लाभ प्राप्त करने के लिए बेची
जानी वाली वस्तुएँ थीं।
प्रश्न
11. अमरीकियों के लिए फ्रंटियर का क्या अर्थ था ?
उत्तर:
यूरोपीय
लोगों द्वारा विजित भूमि एवं खरीदी गई भूमि के कारण संयुक्त राज्य अमरीका का
विस्तार होता रहता था। इससे अमरीका की पश्चिमी सीमा खिसकती रहती थी। इसके साथ मूल
अमरीकियों को भी पीछे हटना पड़ता था। वे राज्य की जिस सीमा तक पहँच जाते थे उसे 'फ्रंटियर' कहा
जाता था।
प्रश्न
12. संयुक्त राज्य अमरीका में दास प्रथा का अन्त
किस प्रकार हुआ ?
उत्तर:
संयुक्त
राज्य अमरीका के उत्तरी राज्यों की अर्थव्यवस्था बागानों पर निर्भर नहीं थी। यहाँ
दास प्रथा प्रचलित नहीं थी लेकिन दक्षिण अमरीकी उपनिवेशों में दास बनाए गए मूल
निवासी बहुत बड़ी संख्या में मौत के शिकार हुए, इसलिए यहाँ (उत्तरी अमरीका
में) दास प्रथा को समाप्त करने के पक्ष में आवाज उठने लगी तथा उसे एक अमानवीय
प्रथा बताया गया। 1861-65 ई. में दास प्रथा के समर्थक
और उसके विरोधी राज्यों के बीच युद्ध हुआ। इसमें दासता विरोधियों की जीत हुई और
दास प्रथा समाप्त कर दी गई।
प्रश्न
13. कनाडा सरकार के समक्ष फ्रांसीसियों के सम्बन्ध
में क्या समस्या थी ? इसे किस प्रकार सुलझाया गया?
उत्तर:
कनाडा
की ब्रिटिश सरकार के सामने एक समस्या थी, जो लम्बे समय तक हल नहीं हो पाई थी। 1763
ई.
में ब्रिटेन ने फ्रांस के साथ हुए युद्ध में विजय प्राप्त कर ली थी, लेकिन
वहाँ बसे फ्रांसीसी आबादकार लगातार स्वायत्त राजनीतिक दर्जे की माँग कर रहे थे।
अतः 1867
ई.
में कनाडा को स्वायत्त राज्यों के एक महासंघ के रूप में संगठित करके इस समस्या को
हल किया गया।
प्रश्न
14. चिरोकी लोग कौन थे तथा उनके साथ क्या अन्याय हो
रहा था ?
उत्तर;
चिरोकी
एक कबीला समुदाय था। ये लोग संयुक्त राज्य अमरीका के एक राज्य जार्जिया के मूल
निवासी थे। वहाँ के मूल निवासियों में चिरोकी ही ऐसे थे, जिन्होंने अंग्रेजी सीखने और
अंग्रेजों की जीवन शैली को समझने का भरपूर प्रयास किया था। उन पर राज्य के समस्त
कानून तो लागू होते थे लेकिन इन्हें नागरिक अधिकारों से वंचित होना पड़ता था।
प्रश्न
15. 'आँसुओं की राह' (ट्रेल
ऑफ टीअस) किसे कहा गया?
उत्तर:
संयुक्त
राज्य अमरीका के राष्ट्रपति 'एंड्रिउ जैकसन' ने चिरोकी समुदाय के लोगों
को उनकी अपनी ही जमीन से खदेड़ कर विस्तृत अमरीकी मरुभूमि की ओर खदेड़ने के लिए
अमरीकी फौज भेज दी थी। जिन 15000 चिरोकी लोगों को वहाँ से हटने पर मजबूर किया
गया। उनमें से एक चौथाई अपनी मजबूरी के इस सफ़र में ही मर-खप गये थे। चिरोकियों के
इसी यात्रा को 'आँसुओं की राह' (ट्रेल ऑफ टीअर्स) कहा गया।
प्रश्न
16. चिरोकी कबीले के संबंध में संयुक्त राज्य
अमरीका के मुख्य न्यायाधीश ने क्यों और क्या फैसला दिया?
उत्तर:
चिरोकी, संयुक्त
राज्य अमरीका के एक राज्य जार्जिया से शासित होने वाला कबीला था। लेकिन इस कबीले
के लोगों को नागरिक अधिकारों से वंचित रखा गया था। फिर 1832 में संयुक्त राज्य अमरीका के
मुख्य न्यायाधीश जॉन मार्शल ने चिरोकी कबीले के सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण फैसला
दिया कि “चिरोकी कबीला एक विशिष्ट समुदाय है और उसके
स्वत्वाधिकार वाले क्षेत्रों में जॉर्जिया का कानून लागू नहीं होता और वे कुछ
मामलों में प्रभुतासंपन्न हैं।"
प्रश्न
17.उत्तरी अमरीका में 1840
ई.
के दशक में मानवशास्त्र का आरम्भ क्यों हुआ ?
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका में 1840 ई. के दशक में मानवशास्त्र विषय का आरम्भ
स्थानीय 'आदिम' समुदायों और यूरोप के 'सभ्य' समुदायों
के मध्य अन्तर की जानकारी के लिए हुआ। कुछ मानवशास्त्रियों का यह विश्वास था कि
जिस प्रकार यूरोप में 'आदिम' लोग नहीं पाये जाते, उसी प्रकार अमरीका के मूल
निवासी भी नहीं रहेंगे।
प्रश्न
18. गोल्ड रश क्या था ? इससे
क्या लाभ प्राप्त हुआ ?
उत्तर-गोल्ड
रश उस आपाधापी का नाम था जिसमें हजारों की संख्या में यूरोपीय लोग सोना पाने की
आशा में अमरीका जा पहुँचे। 1840 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका के कैलीफोर्निया
में सोना होने के कुछ चिह्न मिले, जिसने गोल्ड रश को जन्म दिया। इसे देखते हुए
सम्पूर्ण महाद्वीप में रेलवे लाइनों का निर्माण किया गया। इसके लिए हजारों चीनी
श्रमिकों की नियुक्ति की गई।
प्रश्न
19. अमरीका में मूल निवासियों ने किस दस्तावेज
द्वारा एवं किस शर्त पर संयुक्त राज्य अमरीका की नागरिकता स्वीकार की ?
उत्तर:
अमरीका
के मूल निवासियों ने 1954 ई. में अपने द्वारा तैयार किए गए 'डिक्लेरेशन
ऑफ इंडियन राइट्स' नामक दस्तावेज द्वारा संयक्त राज्य अमरीका की
नागरिकता स्वीकार की। उनकी शर्त यह थी कि उनके रिजर्वेशन्स (आरक्षण) वापस नहीं लिए
जायेंगे एवं उनकी परम्पराओं में किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप नहीं किया
जायेगा।
प्रश्न
20. आस्ट्रेलिया में शुरुआती मनुष्य कब आने
प्रारम्भ हुए ? वहाँ के मूल निवासियों का इस
बारे में क्या कहना था?
उत्तर:
ऐसा
माना जाता है कि आस्ट्रेलिया में 'ऐबॉरिजिनीज़' आदिम मानव आज से लगभग 40,000
वर्ष
पूर्व आना प्रारम्भ हुए थे। वे आस्ट्रेलिया के साथ एक भू-सेतु से जुड़े न्यू गिनी
से आए थे परन्तु वहाँ के मूल निवासी इसका विरोध करते थे। उनकी परम्पराओं के अनुसार
वे कहीं बाहर से नहीं आए थे, बल्कि आरम्भ से ही वहीं रह रहे थे।
प्रश्न
21. आस्ट्रेलिया के टॉरस स्ट्रेट टापूवासियों के
बारे में संक्षेप में बताइए।
उत्तर:
आस्ट्रेलिया
के देशी लोगों का विशाल समूह उत्तर में रहता है, जिन्हें 'टॉरस
स्ट्रेट टापूवासी' के नाम से जाना जाता है। 2005
ई.
में वे आस्ट्रेलिया की कुल जनसंख्या का 2.4 प्रतिशत भाग थे। इनके लिए ऐबॉरिजिनीज़ शब्द
उपयोग में नहीं लाया जाता है क्योंकि वे कहीं और से आए और एक अलग नस्ल के हैं।
प्रश्न
22. आस्ट्रेलिया के अधिकांश शुरुआती आबादकार कौन थे
? उन्हें कौन-सी शर्त पर यहाँ स्वतन्त्र
जीवन-यापन करने की अनुमति दी गयी थी ?
उत्तर:
आस्ट्रेलिया
के अधिकांश शुरुआती आबादकार ब्रिटिश कैदी थे, जो ब्रिटेन से निर्वासित
होकर आए थे। नके कारावास की अवधि पूर्ण होने पर उन्हें इस शर्त पर आस्ट्रेलिया में
ही स्वतन्त्र रूप से रहने की अनुमति दी गई कि वे वापस ब्रिटेन किसी भी कीमत पर
नहीं लौटेंगे। अपने जीवन-यापन के लिए उन्होंने मूल निवासियों की भूमि पर कब्जा कर
खेती प्रारम्भ कर दी।
प्रश्न
23. हेनरी रेनॉल्ड्स के बारे में जानकारी दीजिए।
उत्तर:
हेनरी
रेनाल्ड्स एक प्रतिभाशाली इतिहासकार था। उसने अपनी प्रसिद्ध रचना 'व्हाई
वरंट वी टोल्ड'? (Why weren't we told ?) से
आस्ट्रेलियाई इतिहास लेखन के उस ढर्रे की आलोचना की, जिसमें कैप्टन कुक की 'खोज' से
ही इतिहास की शुरुआत मानी जाती थी।
प्रश्न
24. आस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की संस्कृतियों
के अध्ययन के लिए किए गए उपायों के बारे में बताइए।
उत्तर:
आस्ट्रेलिया
के मूल निवासियों की संस्कृति के अध्ययन के लिए निम्नलिखित उपाय किए गए
1.
विश्वविद्यालयी विभागों की स्थापना की गई।
2.
कलादीर्घाओं में देशी कलाओं की दीर्घाएँ
सम्मिलित की गईं।
3.
देशी संस्कृति को समझाने वाले कल्पनाशील तरीके
से सज्जित कमरों के लिए संग्रहालयों में स्थान बनाया गया।
प्रश्न
25. आस्ट्रेलिया के सन्दर्भ में बहुसंस्कृतिवाद को
बताइए।
उत्तर-
आस्ट्रेलिया
के सन्दर्भ में बहुसंस्कृतिवाद से आशय आस्ट्रेलिया की उस राजकीय नीति से है, जिसमें
मूल निवासियों की संस्कृतियों एवं यूरोप तथा एशिया के आप्रवासियों की भाँति-भाँति
की संस्कृति को समान आदर दिया गया है।
प्रश्न
26. टेरा न्यूलिअस क्या है ? बताइए।
उत्तर:
टेरा
न्यूलिअस का आशय है "जो किसी की नहीं है।" यूरोपीय लोगों की सरकार भी
सदैव से ही आस्ट्रेलिया की भूमि को टेरा न्यूलिअस कहती आई थी। 1992
ई.
में आस्ट्रेलियाई हाईकोर्ट ने माबो केस में टेरा न्यूलिअस की कानूनी अवैधता की
घोषणा की और 1770 ई. के पहले से भूमि पर मूल निवासियों के दावों
को मान्यता प्रदान की।
प्रश्न
27. मूल निवासियों की भूमि सम्बन्धी समस्याओं के
समाधान हेतु आस्ट्रेलिया की सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों को बताइए।
उत्तर:
मूल
निवासियों की भूमि सम्बन्धी समस्याओं के समाधान हेतु आस्ट्रेलिया की सरकार ने इस
बात को मान्यता दी कि मूल निवासियों का भूमि के साथ मजबूत ऐतिहासिक सम्बन्ध रहा है
जिसका आदर किया जाना चाहिए तथा 'गोरों' और रंग-बिरंगे लोगों को
अलग-अलग रखने की कोशिश करके बच्चों के साथ जो अन्याय किया गया है उसके लिए
सार्वजनिक रूप से माफी माँगी जानी चाहिए।
प्रश्न
28. नयी दुनिया के देशों को यूरोपवासियों द्वारा
दिए गए नामों के बारे में बताइए।
उत्तर:
नयी
दुनिया के देशों को यूरोपवासियों द्वारा निम्नलिखित नाम दिए गए
1.
अमरीका- पहली बार अमेरिगो वेसपुस्सी
(1451-1512
ई.)
की यात्रा वृत्तान्त छपने के बाद कोलम्बस द्वारा खोजे गए क्षेत्र को अमरीका कहा
गया।
2.
कनाडा-1535 ई. में खोजी जाक कार्टियर को
मिली जानकारी के अनुसार, "यूरो इरोक्यूइस की भाषा में
कनाटा शब्द का अर्थ गाँव होता है इसलिए कनाटा शब्द से कनाडा देश नाम दिया
गया।"
3.
आस्ट्रेलिया- महान दक्षिणी महासागर में
स्थित भूमि के टुकड़े के लिए 16वीं शताब्दी में लैटिन भाषा में ऑस्ट्रल शब्द
प्रयुक्त होने लगा क्योंकि लैटिन भाषा में 'ऑस्ट्रल' का
अर्थ दक्षिण होता है, इसलिए इसको आस्ट्रेलिया/ऑस्ट्रेलिया नाम दिया
गया।
4.
न्यूजीलैण्ड- डच भाषा में समुद्र को 'जी' कहते
हैं। हॉलैण्ड के एक खोजी नाविक तासमान ने (जिसने 1642 ई. में सबसे पहले इन टापुओं
को देखा था) यह नाम दिया।
प्रश्न
29. उत्तरी अमरीका की भौगोलिक स्थिति, विस्तार
एवं संसाधनों के बारे में बताइए।
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका महाद्वीप उत्तर ध्रुवीय वृत्त से लेकर कर्क रेखा तक और प्रशान्त महासागर से
अटलांटिक महासागर तक विस्तृत है। पथरीले पहाड़ों की श्रृंखला के पश्चिम में
अरिज़ोना और नेवाडा की मरुभूमि है। थोड़ा और पश्चिम में सिएरा नेवाडा पर्वत है।
पूर्व में विस्तृत मैदानी क्षेत्र, विस्तृत झीलें तथा मिसीसिपी और ओहियो पर्वत की
घाटियाँ हैं। दक्षिण की ओर मैक्सिको है। कनाडा का 40 प्रतिशत क्षेत्र वनाच्छादित
है। कई क्षेत्रों में तेल, गैस और खनिज संसाधन पाए जाते हैं, जिनके
कारण इस क्षेत्र में अनेक बड़े उद्योगों का विकास हुआ है। वर्तमान में गेहूँ, मकई
व फल पर्याप्त मात्रा में पैदा किए जाते हैं। इसके अतिरिक्त मत्स्य उद्योग भी यहाँ
फल-फूल रहा है।
प्रश्न
30. नयी दुनिया के मूल निवासियों के लिए अंग्रेजी
में प्रयुक्त शब्दों को संक्षेप में बताइए।
उत्तर-
नयी
दुनिया के मूल निवासियों के लिए अंग्रेजी में निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग किया
गया
1.
Aborigine (एबोरिजन)- यह
शब्द लैटिन भाषा के दो शब्दों से बना है। ऐब जिसका अर्थ 'से' होता है और 'ओरिजिन' का
तात्पर्य 'शुरुआत' अर्थात् जो लोग प्रारम्भ
से/शुरुआत से रहते आये हैं, उनको ऐबोरिजन कहा जाता है। इन्हें Native
People of Australia (आस्ट्रेलिया के मूल निवासी) भी कहते हैं।
2.
American Indian/Amerind/Amerindian- उत्तरी
और दक्षिणी अमरीका तथा कैरेबियन के मूल निवासियों को इन शाब्दिक नामों से जाना
जाता है।
3.
First Nations Peoples- मूल
निवासियों के समूह जिन्हें कनाडा सरकार के द्वारा मान्यता प्राप्त थी 1876
ई.
के इंडियन एक्ट में बैंड्स पद का इस्तेमाल किया गया था, किन्तु 1980
के
दशक से 'नेशन्स' शब्द प्रयुक्त होने लगा।
4.
Indigenous People- ऐसे
लोग, जो
हमेशा से किसी एक जगह या स्थान पर रहते आए हैं।
5.
Native American- उत्तरी और दक्षिणी अमरीका के
देशी लोग।
6.
Red Indian- गेहुँए वर्ण के लोग जिनके
निवास स्थान को कोलम्बस ने गलती से इंडिया समझ लिया था।
दीर्घ
उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न
1. उत्तरी अमरीका में मानव के आगमन एवं वहाँ के
मूल निवासियों की जीवन-शैली के बारे में विस्तार से बताइए।
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका में मानव का आगमन- उत्तरी अमरीका में मानव का आगमन लगभग 30,000
वर्ष
पहले हुआ। यहाँ एशिया में बेरिंग स्ट्रेट्स (जलडमरूमध्य) के आरपार फैले स्थल
सेतु-मार्ग से लोग उत्तरी अमरीका पहुँचे थे। लगभग 10,000 वर्ष
पहले वे आगे दक्षिण की ओर बढ़े, अमरीका में मिलने वाली सबसे प्राचीन मानव कृति
एक तीर की नोंक 11,000 वर्ष पुरानी है। लगभग 5,000 वर्ष पहले जलवायु में अधिक
स्थिरता आने पर मूल निवासियों की जनसंख्या बढ़ने लगी।
उत्तरी
अमरीका के मूल निवासियों की जीवन शैली-उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों की जीवन
शैली को निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत स्पष्ट किया जा सकता है
(i)
भोजन
एवं शिकार- उत्तरी अमरीका के लोग नदी घाटी के साथ-साथ बने गाँवों में
समूह बनाकर रहते थे। वे मछली और माँस की तलाश में लम्बी यात्राओं पर जाया करते थे।
ये लोग मुख्य रूप से उतना ही शिकार करते थे, जितनी उन्हें आवश्यकता होती
थी। ये लोग घास के मैदानों में घूमने वाले जंगली भैंसे 'बाइसन' का
शिकार करते थे।
(ii)
कृषि
कार्य में अरुचि- उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों की बड़े
पैमाने पर खेती करने में रुचि नहीं थी। वे अपनी आवश्यकताओं से अधिक उत्पादन नहीं
करते थे। वे भूमि पर नियन्त्रण स्थापित करने के भी इच्छुक नहीं रहते थे। वे अपनी
जमीन पर अपना स्वामित्व स्थापित करने की आवश्यकता भी अनुभव नहीं करते थे। वे
प्रकृति से प्राप्त होने वाले भोजन और आश्रय से सन्तुष्ट थे।
(iii)
मित्रता
स्थापित करना- उत्तरी अमरीका के मूल निवासी औपचारिक सम्बन्ध
एवं मित्रता स्थापित करने में विश्वास करते थे। ये लोग उपहारों का आदान-प्रदान
करते थे।
(iv)
अनेक
भाषाओं का प्रचलन- अमरीका के मूल निवासी अनेक भाषाएँ बोलते थे, लेकिन
उन भाषाओं को लिखा नहीं जा सकता था।
(v)
अपनी
उत्पत्ति व इतिहास की जानकारी होना- उत्तरी अमरीका के मूल निवासियों का विश्वास था
कि समय की गति चक्रीय है। प्रत्येक कबीले के पास उत्पत्ति एवं इतिहास के विवरण
उपलब्ध थे जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलते आ रहे थे।
(vi)
जलवायु
व भूदृश्यों का ज्ञान- उत्तरी अमेरिका के मूल निवासी जलवायु व
भूदृश्यों के बारे में बहुत अधिक जानकारी रखते थे। वे जलवायु और भू-दृश्यों को उसी
प्रकार समझ सकते थे, जैसे शिक्षित लोग लिखी हुई चीजें पढ़ते
(vii)
दक्ष
कारीगर- उत्तरी अमरीका के मूल निवासी दक्ष कारीगर थे। वे विभिन्न
प्रकार के सुन्दर कपड़े बनाने में कुशल थे।
प्रश्न
2. यूरोपीय लोगों के आने के पश्चात उत्तरी अमरीका
के मूल निवासियों पर क्या-क्या प्रभाव पड़े ? विस्तार
से बताइए।
उत्तर:
यूरोपियों
एवं एशियाई लोगों के अमरीका में आकर बसने के परिणामस्वरूप यहाँ के मूल निवासी अपने
ही घर में बेघर हो गये। अपने ही देश में गुलाम और अजनबी बन गये। वे यह भूल चुके थे
कि अमरीका कभी उनका देश रहा था और उनकी मातृभूमि थी। यूरोपीय लोगों ने स्वार्थ के
वशीभूत होकर धनी और शक्तिशाली बनने के लालच में मूल निवासियों को उन्हीं की जमीनों
से बेदखल कर दिया। युरोपीय लोगों में से किसी भी व्यक्ति के मन में यह ख्याल नहीं
आया कि इन इलाकों के मूल निवासियों से इस बात की जानकारी ली जाये कि उनकी इच्छा
क्या है? क्या उनकी इच्छा है अथवा क्या वे कुछ कहना
चाहते हैं या नहीं। यूरोप के ये लोग अमरीका में धन, सोना तथा चाँदी को प्राप्त
करने आये थे। अतः अपनी यह कभी न पूरी होने वाली इच्छा को लेकर उन्होंने मूल
वाशिन्दों को पलायन करने पर बाध्य किया। मूल निवासियों को उत्तरी अमरीका की उनकी
अपनी ही जमीन से बेदखल करने के निम्नलिखित कारण थे
(i)
बस्तियों
का विस्तार- ज्यों-ज्यों संयुक्त राज्य अमरीका ने अपनी बस्तियों का
विस्तार किया जमीन की बिक्री के समझौते पर हस्ताक्षर कराने के बाद मूल निवासियों
को यहाँ से हटने के लिए प्रेरित किया गया। उन्हें दी गई कीमतें बहुत कम थीं और
इसके भी उदाहरण मिलते हैं कि अमरीकियों (संयुक्त राज्य अमरीका में रहने वाले
यूरोपीय लोगों) ने धोखे से उनसे ज्यादा जमीन ले ली और पैसा देने के मामलों में
वायदों से मुकर गये थे।
(ii)
उच्चाधिकारियों
की पक्षपाती नीति- उच्च अधिकारी भी मूल वाशिन्दों को बेदखल करने
को गलत नहीं मानते थे। यह जार्जिया के एक प्रकरण में देखा जा सकता है। जार्जिया
संयुक्त राज्य अमरीका का एक राज्य है। यहाँ के अधिकारियों की दलील थी कि 'चिरोकी
कबीला' राज्य
के कानून से शासित तो होता है किन्तु वे नागरिक अधिकारों का उपयोग नहीं कर सकते।
वास्तव में मूल निवासियों में से चिरोकी कबीले के लोग ही ऐसे थे, जिन्होंने
अंग्रेजी सीखने और अमरीकी जीवन शैली को समझने की सबसे अधिक कोशिश की फिर भी उन्हें
नागरिक अधिकार नहीं दिए गए।
(iii)
न्यायालय
का फैसला और राष्ट्रपति जैकसन का निर्णय- 1832 ई. में संयुक्त राज्य
अमेरिका के मुख्य न्यायाधीश जॉन मार्शल ने एक महत्वपूर्ण फैसला सुनाया। उन्होंने
कहा कि “चिरोकी कबीला एक विशिष्ट समुदाय है और उनके
स्वत्वाधिकार वाले क्षेत्रों में जार्जिया का कानून लागू नहीं होता।" एवं वे
कुछ मामलों में सम्प्रभुता सम्पन्न हैं। संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति जैकसन
जिनकी छवि आर्थिक और राजनीतिक पक्षपात के खिलाफ लड़ने वाले नेता की थी, इंडियन्स
का मामला आने पर बिल्कुल पलट गये। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश की इस बात को मानने से
इंकार कर दिया और चिरोकियों को अपनी जमीन से बेदखल करके विस्तृत अमरीकी मध्यभूमि
की ओर खदेड़ने के लिए सेना भेज दी। जिन 15,000 लोगों को वहाँ से हटने को मजबूर किया गया, उनमें
से एक-चौथाई तो अपने 'आँसुओं की राह' की यात्रा में ही मर गये।
(iv)
यूरोपीय
लोगों के मूल निवासियों के बारे में विचार- जिन लोगों ने पहले से रहने
वाले कबीलों की जमीनें ले लीं, वे इस आधार पर अपने को उचित ठहराते थे कि चूँकि
मूल निवासी जमीन का अधिकतम इस्तेमाल करना नहीं जानते। अतः वह उनके कब्जे में नहीं
रहनी चाहिए। वे इस बात पर भी मूल निवासियों की आलोचना करते थे कि वे आलसी हैं, इसलिए
बाजार हेतु उत्पादन करने में अपने शिल्प कौशल का इस्तेमाल भी नहीं करते हैं।
अंग्रेजी सीखने और ढंग के कपड़े पहनने में वे रुचि नहीं रखते हैं। कुल मिलाकर उनका
यह कहना था कि वे 'मरने' लायक ही हैं। खेती की ज़मीन को निकालने के लिए
प्रेयरीज़ (संयुक्त राज्य अमरीका के चारागाह) साफ की गई और जंगली भैंसों को मारा
गया।
प्रश्न
3. अमरीका मूल निवासियों एवं यूरोपीय लोगों का
एक-दूसरे के प्रति क्या दृष्टिकोण था ? विस्तार
से वर्णन कीजिए।
उत्तर:
अमरीका
मूल निवासियों का यूरोपीय लोगों के प्रति दृष्टिकोण- अमेरिका के मूल निवासी
यूरोपीय लोगों के साथ जिन वस्तुओं का आदान-प्रदान करते थे, वे उनके द्वारा यूरोपीय
लोगों के लिए मित्रता में दिए गए उपहार थे। इस मित्रता के पीछे अमरीकी मूल
निवासियों का कोई स्वार्थ नहीं था। दूसरी ओर धनवान बनने का सपना देखने वाले
यूरोपीय लोगों के लिए मछली और रोंएदार खाल लाभ कमाने के लिए बेची जाने वाली
वस्तुएँ थीं। इन बेची जाने वाली वस्तुओं के मूल्य इनकी पूर्ति के आधार पर प्रत्येक
वर्ष बदलते रहते थे। मूल निवासी इस बात को समझ नहीं सकते थे, क्योंकि
अपने देश से बहुत दूर स्थित यूरोप के बाजारों की उन्हें बिल्कुल भी जानकारी नहीं
थी।
उनके
लिए यह बात रहस्य बनी हुई थी कि यूरोपीय व्यापारी उनकी वस्तुओं के बदले में कभी तो
उन्हें बहुत सारा सामान देते थे तथा कभी बहुत कम। वे यूरोपीय लोगों के लालच को
देखकर भी दुःखी होते थे। प्रचुर मात्रा में रोंएदार खाल प्राप्त करने के लिए
उन्होंने सैकड़ों ऊदबिलावों को मार डाला था। मूल निवासी इससे काफी विचलित थे।
उन्हें डर था कि जानवर उनसे इस विनाशलीला का निश्चित रूप से बदला लेंगे। यूरोपीय
लोग कटे हुए जंगलों के स्थान पर मक्के के खेत देखना चाहते थे जबकि अमरीकी मूल
निवासी इस बात को गलत मानते थे क्योंकि मूल निवासी अपनी आवश्यकताओं के लिए फसलें
उगाते थे, न कि बिक्री और लाभ के लिए। वे जमीन का मालिक
बनने को भी गलत मानते थे।
यूरोपीय
लोगों का अमरीका मूल निवासियों के प्रति दृष्टिकोण- अठारहवीं शताब्दी में
पश्चिमी यूरोप के लोग सभ्य मनुष्य की पहचान साक्षरता, संगठित धर्म और शहरीकरण के
आधार पर करते थे। अतः उन्हें अमरीका मूल निवासी 'असभ्य' प्रतीत
हुए। संयुक्त राज्य अमरीका के तीसरे राष्ट्रपति थॉमस जैफ़र्सन के समकालीन
इंग्लैण्ड के कवि वर्ड्सवर्थ ने अमरीका मूल निवासियों के विषय में लिखा है कि
"वे जंगलों में रहते हैं जहाँ कल्पनाशक्ति के पास उन्हें भाव सम्पन्न करने, उन्हें
ऊँचा उठाने या परिष्कृत करने के अवसर बहुत कम हैं। यूरोपीय लोग अमरीकी मूल
निवासियों की इस बात को जानकर बहुत अधिक खुश हुए कि वे जमीन का मालिक बनना गलत
मानते थे। अतः उन्होंने मूल निवासियों को बेवकूफ माना।"
प्रश्न
4. संयुक्त राज्य अमरीका में अपनी जमीन से मूल
निवासियों को हटने के लिए बाध्य क्यों किया गया? विस्तार
से बताइए।
अथवा
अमरीका
सरकार द्वारा मूल निवासियों की बेदखली हेतु अपनायी गयी नीति का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
संयुक्त
राज्य अमरीका में अपनी जमीन से मूल निवासियों को हटने के लिए बाध्य करने का
कारण-जब संयुक्त राज्य अमरीका में बसे यूरोपीय लोगों ने अपनी बस्तियों का विस्तार
करना प्रारम्भ किया तो जमीन की बिक्री के समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद मूल
निवासियों को वहाँ से हटने के लिए बाध्य किया गया। उन्हें जो कीमतें दी गई थीं वे
बहुत कम थीं। ऐसे उदाहरण भी मिलते हैं कि अमरीका में रहने वाले यूरोपीय लोगों ने
धोखे से मूल निवासियों से उनकी जमीनें ले लीं और उन्हें पैसा देने के सम्बन्ध में
अपने वचनों का पालन नहीं किया। अमरीकी सरकार द्वारा मूल निवासियों की बेदखली हेतु
अपनाई गई नीति-अमरीका सरकार द्वारा मूल निवासियों की बेदखली हेतु निम्नलिखित नीति
अपनाई गई
(i)
अमरीकी
उच्च अधिकारियों द्वारा मूल निवासियों की बेदखली का समर्थन करना-अमरीकी
उच्च अधिकारी भी मूल निवासियों की बेदखली को गलत नहीं मानते थे। जॉर्जिया इसका
उदाहरण है। जॉर्जिया, संयुक्त राज्य अमरीका का एक राज्य है। यहाँ के
अधिकारियों का तर्क था कि वहाँ के चिरोकी कबीले पर राज्य के कानून तो लागू होते
हैं, परन्तु
वे नागरिक अधिकारों का उपयोग नहीं कर सकते। इन चिरोकी लोगों ने अंग्रेजी सीखने और
अमरीकी जीवन-शैली को अपनाने का बहुत अधिक प्रयास किया लेकिन इतना सब करने के
बावजूद उन्हें अमरीकी सरकार द्वारा गोरे यूरोपीय लोगों के समान अधिकार प्रदान नहीं
किए गए।
(ii)
चिरोकी
कबीले के लोगों को बेदखल करने के लिए सेना का प्रयोग करना-
1832 ई.
में संयुक्त राज्य अमरीका के मुख्य न्यायाधीश जॉन मार्शल ने एक महत्वपूर्ण निर्णय
दिया। इस निर्णय में कहा गया कि 'चिरोकी कबीला' एक विशिष्ट समुदाय है तथा
उसके स्वत्वाधिकार वाले क्षेत्र में जार्जिया का कानून लागू नहीं होता। वे कुछ
मामलों में सम्प्रभुता सम्पन्न हैं। लेकिन संयुक्त राज्य अमरीका के राष्ट्रपति
एंड्रिउ जैकसन ने मुख्य न्यायाधीश के आदेश का पालन नहीं किया तथा चिरोकी कबीलों को
अपनी जमीन से बेदखल करने के लिए अमरीकी सेना भेज दी। सेना ने लगभग पन्द्रह हजार
चिरोकी लोगों को जमीन से बेदखल कर दिया। इनमें से एक-चौथाई अपने 'आँसुओं
की राह' की यात्रा में ही मर गए।
(iii)
जमीन
से बेदखल करने के कार्य को उचित बताना- जिन लोगों ने मूल निवासियों की जमीनें प्राप्त
कर लीं, वे इस आधार पर इसको उचित ठहराते थे कि मूल
निवासी जमीन का अधिकतम प्रयोग करना नहीं जानते, इसलिए वह जमीन उनके अधिकार
में नहीं रहनी चाहिए। वे इस कारण भी मूल निवासियों की आलोचना करते थे कि वे आलसी
हैं इसलिए वे बाजार के लिए उत्पादन करने में अपने शिल्प-कौशल का प्रयोग नहीं करते
हैं। अंग्रेजी सीखने और ठीक प्रकार के वस्त्र पहनने में उनकी कोई रुचि नहीं है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मूल निवासी वास्तविक रूप से मरने लायक ही हैं। खेती के
लिए प्रेयरीज घास के मैदानों को साफ किया गया तथा जंगली भैंसों को मार डाला गया।
एक फ्रांसीसी आगन्तुक ने लिखा, आदिम जानवरों के साथ-साथ आदिम मनुष्य भी लुप्त
हो जाएगा।
(iv)
स्थाई
तौर पर दी गई जमीन से भी मूल निवासियों को खदेड़ना- अमरीका के मूल निवासियों को
अमेरिका के पश्चिमी भागों में खदेड़ दिया गया था, जहाँ उन्हें स्थायी रूप से
भूमि प्रदान कर दी गई लेकिन जब उनकी जमीन में सोना व खनिज तेल प्राप्त होने की
जानकारी यूरोपियों को हुई तो उन्होंने मूल अमरीकियों को वहाँ से भी खदेड़ दिया।
मूल निवासी छोटे-छोटे प्रदेशों में ही सीमित कर दिए गए जिन्हें 'रिज़र्वेशन्स' कहा
गया। वे प्रायः ऐसी जमीनें होती थीं जिनके साथ उनका पहले से कोई सम्बन्ध नहीं होता
था।
प्रश्न
5. गोल्ड रश से आप क्या समझते हैं ? इसका
संयुक्त राज्य अमरीका के आर्थिक विकास में योगदान का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
गोल्ड
रश-1840 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका के कैलीफोर्निया
में सोने के कुछ चिह्न मिले जिसने 'गोल्ड रश' को जन्म दिया। गोल्ड रश उस
आपाधापी का नाम था जिसमें हजारों की संख्या में आतुर यूरोपीय लोग चुटकियों में
अपनी तकदीर सँवार लेने की उम्मीद में अमरीका पहुँचे। गोल्ड रश का संयुक्त राज्य
अमेरिका के आर्थिक विकास में योगदान-गोल्ड रश का संयुक्त राज्य अमरीका के आर्थिक
विकास में योगदान को निम्नलिखित बिन्दुओं के अन्तर्गत प्रस्तुत किया जा सकता है
(i)
रेलवे
का निर्माण- 'गोल्ड रश' ने अमरीका के बहमुखी आर्थिक
विकास को प्रोत्साहन दिया। गोल्ड रश के चलते सम्पूर्ण देश में रेलवे लाइनों का
निर्माण हुआ। रेलवे लाइनों के निर्माण के लिए हजारों की संख्या में चीनी मजदूरों
को लगाया गया। 1870 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका में तथा 1885
ई.
में कनाडा में रेलवे लाइनों का काम पूर्ण हुआ।
(ii)
औद्योगिक
विकास- गोल्ड रश के परिणामस्वरूप संयुक्त राज्य अमरीका तथा कनाडा
दोनों देशों में औद्योगिक नगरों का विकास हुआ और कारखानों की संख्या में तेजी से
वृद्धि हुई। 1860 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका का अर्थतन्त्र
अविकसित अवस्था में था। 1890 ई. में वह विश्व की अग्रणी औद्योगिक शक्ति बन
चुका था।
(iii)
कृषि
का विस्तार- संयुक्त राज्य अमरीका में बड़े पैमाने की कृषि
का भी विस्तार हुआ। वहाँ बड़े-बड़े क्षेत्रों को साफ किया गया एवं उन्हें खेतों के
रूप में बदल दिया गया। 1890 ई. तक जंगली भैंसों का लगभग पूरी तरह से सफाया
किया जा चुका था। इस प्रकार शिकार वाली जीवनचर्या भी समाप्त हो गई।
(iv)
संयुक्त
राज्य अमरीका का महाद्वीपीय विस्तार- 1892 ई. में संयुक्त राज्य अमरीका
का महाद्वीपीय विस्तार पूर्ण हो चुका था। प्रशान्त महासागर एवं अन्ध महासागर के
मध्य का क्षेत्र राज्यों में विभाजित किया जा चुका था। अब कोई 'सरहद' नहीं
रही, जो
कई दशकों तक यूरोपीय निवासियों को पश्चिम की ओर खींचती रही थी। कुछ ही वर्षों में
संयुक्त राज्य अमरीका ने हवाई द्वीप तथा फिलीपीन्स में अपने उपनिवेश स्थापित कर
लिए। अब संयुक्त राज्य अमरीका एक साम्राज्यवादी शक्ति बन चुका था।
प्रश्न
6. उत्तरी अमरीका में परिवर्तन की लहर विषय पर एक
टिप्पणी लिखिए।
अथवा
संयुक्त
राज्य अमरीका की सरकार ने वहाँ के मूल निवासियों के अधिकारों के हितों के लिए
क्या-क्या कार्य किए ? विस्तार से बताइए।
उत्तर:
उत्तरी
अमरीका में परिवर्तन की लहर- 1920 ई. के दशक तक संयुक्त राज्य अमरीका और कनाडा के
मूल निवासियों की भलाई के लिए कुछ नहीं किया गया था। उन्हें न तो स्वास्थ्य
सम्बन्धी सुविधाएँ प्राप्त थीं और न ही शिक्षा सम्बन्धी। कालान्तर में परिवर्तन की
लहर आई और संयुक्त राज्य अमरीका की सरकार ने मूल निवासियों के अधिकारों एवं हितों
के लिए निम्नलिखित कार्य किए
(i)
रीऑर्गेनाईजेशन
एक्ट का निर्माण- संयुक्त राज्य अमरीका में वहाँ के मूल
निवासियों की दशा अच्छी नहीं थी। उनकी ऐसी हीनदशा को देखकर गोरे अमरीकियों के मन
में उनके प्रति सहानुभूति की भावना उत्पन्न हुई। जिन्हें अपनी संस्कृति का पालन
करने से रोका जाता था एवं जिन्हें नागरिकता के लाभों से भी वंचित रखा जाता था। इस
विचार ने सन् 1934 में संयुक्त राज्य अमरीका में एक युगान्तरकारी
कानून को जन्म दिया। जिसे इण्डियन रीआर्गेनाईजेशन एक्ट के नाम से जाना जाता है।
इसके तहत रिज़र्वेशन्स में मूल निवासियों को भूमि क्रय करने एवं ऋण लेने का अधिकार
प्रदान किया गया।
(ii)
मूल
निवासियों हेतु किए गए विशेष प्रावधानों को समाप्त करने पर विचार करना-1950
ई.
और 1960
ई.
के दशकों में संयुक्त राज्य अमरीका तथा कनाडा की सरकारों ने मूल निवासियों के लिए
किए गए विशेष प्रावधानों को समाप्त करने का इस आशा से विचार किया कि वे यूरोपीय
संस्कृति को अपनायेंगे लेकिन मूल निवासी ऐसा नहीं चाहते थे। 1954
ई.
में अमरीका के मूल निवासियों ने अपने द्वारा तैयार किए गए 'डिक्लेरेशन
ऑफ इण्डियन राइट्स' में इस शर्त के साथ संयुक्त राज्य अमरीका की
नागरिकता स्वीकार की कि उनके 'रिज़र्वेशन्स' वापस नहीं लिए जायेंगे और
उनकी परम्पराओं में हस्तक्षेप नहीं किया जायेगा। इसी प्रकार की स्थिति कनाडा में
भी देखने को मिलती थी।
(iii)
मूल
निवासियों द्वारा सरकारी नीति का विरोध करना- सन् 1969
में
अमरीकी सरकार ने एक नीति का निर्माण किया। जिसके तहत आदिवासियों के अधिकारों को
मान्यता नहीं देना था। इस बात का मूल निवासियों ने बहुत अधिक विरोध किया तथा
विरोधस्वरूप धरने व प्रदर्शनों का आयोजन किया, अन्त में जीत मूल निवासियों
की हुई। सन् 1982 में एक संवैधानिक धारा के अन्तर्गत मूल
निवासियों के वर्तमान आदिवासी अधिकारों तथा समझौता आधारित अधिकारों को स्वीकृति
प्रदान की गई।
प्रश्न
7. 'दि ग्रेट आस्ट्रेलियन साइलेंस' व्याख्यान
क्या था? इसने आस्ट्रेलिया के मूल
निवासियों की संस्कृति व परम्पराओं को पुनर्जीवित करने में किस प्रकार सहयोग
प्रदान किया ? विस्तार से बताइए।
उत्तर:
दि
ग्रेट आस्ट्रेलियन साइलेंस- सन् 1968 ई. में एक मानवशास्त्री
डब्ल्यू. ई. एच. स्टैनर ने आस्ट्रेलिया में एक व्याख्यान दिया, जिसका
शीर्षक था-'दि ग्रेट आस्ट्रेलियन साइलेंस' (महान
आस्ट्रेलियाई चुप्पी)। इस व्याख्यान से आस्ट्रेलिया के लोगों में जागृति उत्पन्न
हुई। यह व्याख्यान इतिहासकारों की मूल निवासियों के बारे में चुप्पी से सम्बन्धित
था। इतिहासकारों ने आस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के इतिहास तथा संस्कृति के प्रति
पूरी तरह चुप्पी साध ली थी। 1970 ई. के दशक में उत्तरी अमरीका की तरह यहाँ भी
मूल निवासियों को एक नए रूप में समझने की चाहत उत्पन्न हो गई। उन्हें मानव
शास्त्रीय जिज्ञासाओं के रूप में नहीं, बल्कि विशिष्ट संस्कृतियों वाले समुदायों के
रूप में तथा प्रकृति एवं जलवायु को समझने की विशिष्ट पद्धतियों के रूप में समझना
था।
उन्हें
ऐसे समुदायों के रूप में समझा जाना था, जिनके पास अपनी कथाओं और कपड़ा साजी, चित्रकारी, हस्तशिल्प
आदि के कौशल का विशाल भण्डार था। उनका यह भण्डार प्रशंसा करने, सम्मान
करने और अभिलेखन के योग्य था। इसलिए हेनरी रेनॉल्ड्स नामक विद्वान ने अपनी
प्रसिद्ध पुस्तक 'व्हाइ वरंट वी टोल्ड'? (हमें बताया क्यों नहीं गया?) में
यह प्रश्न लोगों के सामने प्रस्तुत किया। इस पुस्तक में आस्ट्रेलियाई इतिहास लेखन
की उस पद्धति की आलोचना की गई थी जिसमें कैप्टन कुक की 'खोज' से ही इतिहास का प्रारम्भ
माना जाता था। आस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की संस्कृति व परम्पराओं को
पुनर्जीवित करने में सहयोग-दि ग्रेट आस्ट्रेलियन साइलेंस नामक व्याख्यान के पश्चात
आस्ट्रेलिया के मूल निवासियों की संस्कृतियों का अध्ययन करने के लिए
विश्वविद्यालयों में विशेष विभागों की स्थापना हुई।
कलादीर्घाओं
में देशी कलाओं की दीर्घाएँ शामिल की गईं। इसके अतिरिक्त देशी संस्कृति पर प्रकाश
डालने के लिए संग्रहालयों में विशेष प्रकार के कमरों की व्यवस्था की गई। अब मूल
निवासियों ने भी अपने जीवन इतिहासों को लिखना आरम्भ कर दिया था। यदि मूल निवासियों
की संस्कृतियों के अध्ययन की ओर ध्यान नहीं जाता, तो इस समय तक उसका बहुत कुछ
हिस्सा भुला दिया गया होता। 1974 ई. से 'बहुसंस्कृतिवाद' आस्ट्रेलिया
की राजकीय नीति रही है, जिसने मूल निवासियों की संस्कृतियों एवं एशिया
के आप्रवासियों की भिन्न-भिन्न संस्कृतियों को समान आदर दिया है। इस प्रकार कहा जा
सकता है कि दि ग्रेट आस्ट्रेलियन साइलेंस नामक व्याख्यान ने आस्ट्रेलिया के मूल
निवासियों की संस्कृति व परम्पराओं को पुनर्जीवित करने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान
दिया।

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